🌑🌒 एक साल में कब-कब लगेंगे ग्रहण? क्या होगा प्रभाव?
2025 में 4 ग्रहण लगने वाले हैं – 2 सूर्य ग्रहण और 2 चंद्र ग्रहण। हिंदू धर्म और ज्योतिष में ग्रहण का विशेष महत्व है। आइए जानते हैं कब लगेंगे ये ग्रहण, कहाँ दिखाई देंगे और क्या रखें सावधानियाँ।

📅 2025 के ग्रहणों की तिथि एवं समय
| ग्रहण का प्रकार | तिथि | समय (भारतीय समयानुसार) | दृश्यता (भारत में?) |
|---|---|---|---|
| चंद्र ग्रहण (पूर्ण) | 14 मार्च 2025 | रात 1:00 बजे से 5:30 बजे तक | हाँ (पूर्ण दिखेगा) |
| सूर्य ग्रहण (आंशिक) | 29 मार्च 2025 | सुबह 10:20 से 3:00 बजे तक | नहीं (यूरोप, उत्तरी अमेरिका में दिखेगा) |
| चंद्र ग्रहण (आंशिक) | 7 सितंबर 2025 | रात 10:30 बजे से 3:00 बजे तक | हाँ (आंशिक दिखेगा) |
| सूर्य ग्रहण (पूर्ण) | 21 सितंबर 2025 | शाम 5:30 बजे से 8:00 बजे तक | नहीं (प्रशांत महासागर, दक्षिण अमेरिका में दिखेगा) |
🌘 ग्रहण के प्रकार और वैज्ञानिक कारण
1. सूर्य ग्रहण (Solar Eclipse)
- कारण: चंद्रमा सूर्य और पृथ्वी के बीच आ जाता है।
- प्रकार:
- पूर्ण सूर्य ग्रहण (सूर्य पूरी तरह ढक जाता है)
- आंशिक सूर्य ग्रहण (सूर्य का कुछ हिस्सा दिखता है)
- वलयाकार ग्रहण (सूर्य चंद्रमा के पीछे से ‘रिंग’ जैसा दिखता है)
2. चंद्र ग्रहण (Lunar Eclipse)
- कारण: पृथ्वी सूर्य और चंद्रमा के बीच आ जाती है।
- प्रकार:
- पूर्ण चंद्र ग्रहण (चंद्रमा लाल हो जाता है – “ब्लड मून”)
- आंशिक चंद्र ग्रहण (चंद्रमा का कुछ हिस्सा छिप जाता है)
⚠️ ग्रहण के समय क्या न करें? (धार्मिक मान्यताएं)
- भोजन न बनाएं न खाएं (ग्रहण के बाद नए भोजन की सलाह)
- सोना नहीं चाहिए (मान्यता है कि इससे स्वास्थ्य प्रभावित होता है)
- तुलसी के पत्ते न तोड़ें (पवित्र माना जाता है)
- गर्भवती महिलाएं विशेष सावधानी रखें (घर के अंदर रहने की सलाह)
🔬 वैज्ञानिक दृष्टिकोण: क्या सच में है कोई खतरा?
- सूर्य ग्रहण को नंगी आँखों से न देखें – रेटिना को नुकसान हो सकता है।
- चंद्र ग्रहण देखना सुरक्षित है – कोई हानिकारक विकिरण नहीं होता।
- भोजन पर कोई वैज्ञानिक प्रभाव नहीं – लेकिन बैक्टीरिया बढ़ने का डर हो तो बचें।
🌟 ज्योतिषीय प्रभाव: किन राशियों पर पड़ेगा असर?
- 14 मार्च 2025 (चंद्र ग्रहण): कर्क, वृश्चिक, मीन राशि वालों के लिए चुनौतीपूर्ण।
- 29 मार्च 2025 (सूर्य ग्रहण): मेष, सिंह, धनु राशि पर प्रभाव।
- 7 सितंबर 2025 (चंद्र ग्रहण): वृषभ, कन्या, मकर राशि वालों को सावधान रहना होगा।
- 21 सितंबर 2025 (सूर्य ग्रहण): तुला, मिथुन, कुंभ राशि पर प्रभाव।
उपाय: ग्रहण के बाद दान, मंत्र जाप या स्नान करने की सलाह दी जाती है।
📌 निष्कर्ष: 2025 के ग्रहण की महत्वपूर्ण बातें
✅ 14 मार्च और 7 सितंबर को भारत में दिखेगा चंद्र ग्रहण।
✅ 29 मार्च और 21 सितंबर के सूर्य ग्रहण भारत में नहीं दिखेंगे।
✅ ग्रहण काल में सूतक मान्यताओं का पालन करें।
✅ वैज्ञानिक तरीके से ग्रहण देखें – सुरक्षा का ध्यान रखें।
❓ आपकी राय?
क्या आप ग्रहण के समय किसी विशेष सावधानी को मानते हैं? कमेंट में बताएं! 💬
👉 अधिक ज्योतिष और विज्ञान से जुड़ी जानकारी के लिए फॉलो करें! 🌟
